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आवासीय घर से चला ‘रसायन माफिया’ का गोरखधंधा — गोपनीय सूचना पर छापा, कार, लैपटॉप और अवैध उर्वरक जब्त

बिजनौर में बड़ा भंडाफोड़! आवासीय घर से चला ‘रसायन माफिया’ का गोरखधंधा — गोपनीय सूचना पर छापा, कार, लैपटॉप और अवैध उर्वरक जब्त

“कृषि विभाग की सटीक कार्रवाई, किसानों के नाम पर चल रहे मिलावटखोरी के कारोबार से उठा पर्दा”

बिजनौर, 08 नवम्बर 2025।
बिजनौर जिले में कृषि विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने एक आवासीय परिसर में चल रहे अवैध उर्वरक-कीटनाशक भंडारण का भंडाफोड़ कर जिले में हड़कंप मचा दिया है।
यह कार्रवाई ग्राम पंचायत आदोपुर, राजस्व ग्राम रसूलपुर पृथी के अंतर्गत कृष्णापुरम कॉलोनी में गोपनीय सूचना के आधार पर की गई, जिसमें टीम को संदिग्ध रसायन और उर्वरक का बड़ा जखीरा मिला।

सुबह-सुबह मारा गया छापा — उर्वरक के कट्टों में चल रही थी पैकिंग

शनिवार सुबह प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची तो परिसर के अंदर तीन मजदूर उर्वरक के कट्टे पैक करते हुए मिले।
पकड़े गए मजदूरों —

  • पंकज कुमार पुत्र मानपाल सिंह,
  • राजेश पुत्र चंदन सिंह,
  • सोनू पुत्र पूरन सिंह
    — ने कबूल किया कि यह माल हितेश कुमार पुत्र जितेन्द्र कुमार, निवासी ग्राम हकीकतपुर, विकासखंड किरतपुर का है।

लाइसेंस गायब, लेकिन रसायन के अंबार मौजूद

मौके पर किसी भी प्रकार का उर्वरक या कीटनाशक लाइसेंस, चालान या सरकारी अनुमति पत्र नहीं मिला।
वहीं बाहर खड़ी I-20 कार (UP14 BJ 3569) ने जांचकर्ताओं का ध्यान खींचा — जब दरवाजा खोला गया, तो उसके अंदर लैपटॉप, दस्तावेज़ और डिजिटल रेकॉर्ड मिले, जिन्हें पुलिस ने सील कर कब्जे में ले लिया।

नमूने हुए जब्त, लैब जांच में खुलेंगे राज

जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह ने बताया कि मौके से तीन नमूने ग्रहीत किए गए हैं, जिन्हें प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा गया है।
प्रारंभिक जांच में संदेह जताया गया है कि ये उर्वरक और रसायन नकली या मिलावटी हो सकते हैं, जो किसानों की फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते थे।

हितेश कुमार पर दर्ज होगी FIR — कई धाराओं में मुकदमा

अवैध भंडारण और बिक्री के आरोप में हितेश कुमार पर निम्न कानूनों के उल्लंघन में FIR दर्ज कराई जा रही है

  • उर्वरक नियंत्रण आदेश-1985 की धाराएँ 2, 7, 8, 19
  • कीटनाशी अधिनियम-1968कीटनाशी नियमावली-1972
  • भारतीय न्याय संहिता-2023 की सुसंगत धाराएँ
  • आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 (धारा 3/7)

अधिकारियों के अनुसार, आरोपी के नेटवर्क की फॉरेंसिक व साइबर जांच कराई जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह कारोबार कितना बड़ा था और कहां-कहां फैला है।

‘किसानों को धोखा देने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी’ — जिला कृषि अधिकारी

“किसानों की मेहनत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
अवैध या मिलावटी उर्वरक बेचने वाले पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जाएगा।”
जसवीर सिंह, जिला कृषि अधिकारी, बिजनौर

कृषि विभाग की चौकसी से अवैध कारोबारियों में मचा हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद जिलेभर में अवैध उर्वरक और रसायन कारोबारियों में खलबली मच गई है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में अन्य संदिग्ध गोदामों और दुकानों पर भी सघन जांच अभियान चलाया जाएगा।

घटनाक्रम संक्षेप में

  • गोपनीय सूचना पर कृष्णापुरम कॉलोनी में छापा
  • आवासीय परिसर से अवैध उर्वरक-रसायन जब्त
  • I-20 कार, लैपटॉप और दस्तावेज़ सील
  • बिना लाइसेंस कारोबार का खुलासा
  • हितेश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज
  • कृषि विभाग ने सख्ती का संदेश दिया

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