किसानों के लिए खुशखबरी: आज ई-लॉटरी से बांटे जाएंगे कृषि यंत्र! पारदर्शी प्रक्रिया, तुरंत मिलेगा SMS
अवनीश त्यागी की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट
बिजनौर, 19 नवंबर 2025।
जिले के किसानों के लिए आज का दिन बेहद निर्णायक होने जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा आधुनिक कृषि यंत्रों और कृषि रक्षा उपकरणों के लिए चयन प्रक्रिया ई-लॉटरी के माध्यम से की जाएगी। यह कार्यक्रम 20 नवंबर को सुबह 11 बजे, बिजनौर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित विदुर सभागार में संपन्न होगा।
यह चयन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल, स्वचालित और पारदर्शी होगी, जिसे जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति की निगरानी में आयोजित किया जाएगा।
क्या है ई-लॉटरी और कैसे होगा चयन?
किसानों द्वारा विभागीय पोर्टल पर किए गए सभी आवेदन सिस्टम में दर्ज हैं।
ई-लॉटरी के दौरान—
- सिस्टम स्वतः लाभार्थियों का रैंडम चयन करेगा
- चयनित किसानों को तुरंत एसएमएस भेजा जाएगा
- एसएमएस में चयन की सूचना + बिल अपलोड की अंतिम तिथि दोनों शामिल होंगी
- प्रतीक्षा सूची में शामिल किसानों को भी क्रमांक के साथ एसएमएस जाएगा
लक्ष्य के अनुरूप लाभार्थियों की संख्या के अलावा 50% अतिरिक्त प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाएगी, ताकि पात्र किसानों को मौका मिल सके।
चयन न होने पर क्या?
डरने की जरूरत नहीं।
जिस किसान का चयन नहीं होगा, उसकी जमानत राशि विभागीय पंजीकरण में दर्ज बैंक खाते में स्वतः वापस कर दी जाएगी।
यह कार्य सीधे निदेशालय स्तर से किया जाएगा, जिससे किसी भी प्रकार की देरी या गड़बड़ी की संभावना समाप्त हो जाती है।
किन किसानों के लिए यह महत्वपूर्ण?
जो किसान निम्नलिखित अनुदान श्रेणियों में आवेदन कर चुके हैं, वे अवश्य उपस्थित रहें—
- अनुदान संख्या 11: सामान्य / पिछड़ी जाति
- अनुदान संख्या 81: अनुसूचित जनजाति
- अनुदान संख्या 83: अनुसूचित जाति
कृषि विभाग ने उन्हें 20 नवंबर, सुबह 11 बजे विदुर सभागार में समय से पहुंचने की अपील की है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह योजना? – ज़मीनी विश्लेषण
आधुनिक कृषि यंत्रों की उपलब्धता किसानों के लिए सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि बढ़ती लागत और श्रमिकों की कमी के दौर में ज़रूरत बन चुकी है।
इस योजना से—
- परंपरागत खेती की तुलना में उत्पादन बढ़ेगा
- समय और श्रम दोनों की बचत होगी
- फसल अवशेष प्रबंधन (स्टब बर्निंग) को रोकने में मदद मिलेगी
- छोटे किसानों को भी महंगे यंत्र मिल पाएंगे, जो सामान्यतः उनकी पहुंच से बाहर रहते हैं
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि “ई-लॉटरी आधारित चयन प्रणाली ग्रामीण प्रशासन में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने का एक मजबूत मॉडल बन सकती है।”
फील्ड रिपोर्ट का निष्कर्ष
कृषि विभाग की यह कवायद जिले में तकनीक-आधारित खेती को बढ़ावा देगी और किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों तक आसान पहुंच दिलाएगी।
कल की ई-लॉटरी से तय होगा कि जिले के कौन-कौन से किसान इस योजना के सीधे लाभार्थी बनेंगे।







