“बिजनौर बनेगा ‘फ्रूट & फ्लॉवर हब’? DM जसजीत कौर ने बनाई मास्टर प्लान”
बिजनौर, 19 सितम्बर 2025।
बिजनौर की पहचान अब सिर्फ गन्ने से नहीं, बल्कि फलों और फूलों की खुशबू से भी होगी। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी जसजीत कौर ने शुक्रवार को एक अहम बैठक में ऐलान किया कि अगर किसान आधुनिक तकनीक और योजनाओं से जुड़ें, तो बिजनौर बागवानी की राजधानी बन सकता है।
👉 क्या है मिशन?
यह योजना है एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH)—भारत सरकार की केंद्र-प्रायोजित योजना, जिसके जरिए किसानों को तकनीकी + आर्थिक मदद दी जाएगी। लक्ष्य साफ है—फल, फूल, सब्जियां और मसालों का उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आमदनी दोगुनी करना।
👉 DM के निर्देश
- जिले में फल और फूलों से आच्छादित क्षेत्र का पूरा ब्योरा तैयार किया जाए।
- योजनाओं का वृहद प्रचार-प्रसार हो ताकि किसान प्रेरित होकर बागवानी में उतरें।
- किसानों का चयन पहले आओ–पहले पाओ के आधार पर हो।
- आलू, सब्जियों, फूलों व अन्य बागवानी फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाया जाए।
- किसानों को इंटरक्रॉपिंग (मिश्रित फसल प्रणाली) अपनाने के लिए जागरूक किया जाए।
👉 बैठक में शामिल दिग्गज
जिला उद्यान अधिकारी राम नारायण वर्मा ने योजनाओं की जानकारी दी और लक्ष्यों के क्रियान्वयन पर चर्चा की। बैठक में डॉ. धनश्याम वर्मा (उप कृषि निदेशक), डॉ. प्रतिमा गुप्ता (वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र नगीना), मंडी सचिव सचिन कुमार, DDM नाबार्ड भूपेश पुनेरा, अग्रणी बैंक अधिकारी और प्रगतिशील किसान अखिलेश चौधरी, बुद्धराम सिंह व ऋतुराज सिंह समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।
किसानों के लिए यह योजना सिर्फ खेती नहीं, बल्कि नई उम्मीद और आर्थिक क्रांति का रास्ता खोलने वाली साबित हो सकती है।










