लखनऊ बना बॉलीवुड का नया हॉटस्पॉट!
‘घोड़ी पे चढ़के आना’ की शूटिंग देखने उमड़ा जनसैलाब
कॉमेडी, पारिवारिक ड्रामा और सामाजिक संदेश से भरपूर फ़िल्म की शूटिंग से गुलज़ार हुए लखनऊ के ऐतिहासिक और आधुनिक लोकेशन
रिपोर्ट : ओम प्रकाश चौहान
वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार, ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ इन दिनों बॉलीवुड की चकाचौंध से सराबोर है। बुद्धा क्रिएशन ऑफ़ इंडियन सिनेमा के बैनर तले बन रही बहुप्रतीक्षित फ़िल्म “घोड़ी पे चढ़के आना” की शूटिंग पिछले एक सप्ताह से शहर के खूबसूरत और ऐतिहासिक स्थलों पर लगातार जारी है। फ़िल्म के हीरो प्रबुद्ध और हीरोइन शिवानी कुमारी को देखने के लिए हर लोकेशन पर भारी भीड़ उमड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद शूटिंग बेहद अनुशासित और शांत माहौल में संपन्न हो रही है।

📍 ऐतिहासिक से आधुनिक तक, कैमरे में कैद हुआ लखनऊ
फ़िल्म की शूटिंग लखनऊ के कई प्रतिष्ठित स्थलों पर हो चुकी है और अभी भी जारी है। इनमें बख्शी तालाब, मढ़वाना गांव, महिपतपुर, व्हाइट हाउस, रूमी गेट, घंटा घर, कुड़िया घाट, हज़रतगंज मार्केट, गोमती नगर, सहारा प्लाज़ा और पत्रकारपुरम जैसे लोकेशन शामिल हैं।
इन स्थलों ने न सिर्फ़ फ़िल्म को भव्य दृश्यात्मक पहचान दी है, बल्कि लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिकता का संगम भी पर्दे पर उतारने का काम किया है।
जेवर से लखनऊ तक, यूपी बना फ़िल्ममेकर्स की पहली पसंद
गौरतलब है कि फ़िल्म की शूटिंग गौतमबुद्ध नगर के जेवर क्षेत्र के डूढेहरा गांव में पहले ही लगभग 15 दिनों तक की जा चुकी है। यह संकेत है कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ़ शूटिंग का विकल्प नहीं, बल्कि फ़िल्म निर्माण का स्थायी केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है।
निर्देशक की सोच, यूपी को बनाना ‘बॉलीवुडमय’
फ़िल्म के निर्देशक कैलाश मासूम, जो मूल रूप से जेवर के रहने वाले हैं और पिछले 25 वर्षों से मुंबई के बॉलीवुड में सक्रिय हैं, पहले फ़िल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि,
“हम उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी के उस सपने को साकार करने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसमें यूपी को बॉलीवुड का बड़ा केंद्र बनाना शामिल है। ज़ेवर में शूटिंग शुरू कर हमने नई फ़िल्म सिटी की ओर फ़िल्म इंडस्ट्री का ध्यान अभी से आकर्षित करने का प्रयास किया है।”
कॉमेडी के साथ सामाजिक संदेश
“घोड़ी पे चढ़के आना” सिर्फ़ एक हास्य फ़िल्म नहीं, बल्कि एक पारिवारिक ड्रामा है, जिसमें समाज को सोचने पर मजबूर करने वाले संदेश भी शामिल हैं। हल्के-फुल्के हास्य के साथ रिश्तों, परंपराओं और सामाजिक मूल्यों को दर्शाने वाली यह फ़िल्म हर वर्ग के दर्शकों को जोड़ने का दम रखती है।
सितारों से सजी मज़बूत स्टारकास्ट
फ़िल्म में प्रबुद्ध और शिवानी कुमारी के साथ-साथ कई दिग्गज कलाकार अहम भूमिकाओं में नज़र आएंगे, जिनमें राजपाल यादव, पंकज झा, अरुण बख्शी, राकेश बेदी, राजेश शर्मा, बृजेंद्र काला, गोविंद पांडेय, मुश्ताक़ ख़ान, सिद्धार्थ भारद्वाज, रवि साहा, सतेंद्र सोनी, कर्मवीर चौधरी और योगेश त्रिपाठी शामिल हैं।
तकनीकी टीम भी उतनी ही दमदार
फ़िल्म के निर्माता दासबाबू जयसवाल, कैमरामैन रेबुइल एज़ाज़, कार्यकारी निर्मात्री पल्लवी सिंह हाड़ा, लाइन प्रोड्यूसर संतोष वर्मा और डांस डायरेक्टर मुदस्सर ख़ान हैं, जो इस प्रोजेक्ट को भव्य और यादगार बनाने में जुटे हैं।
कब आएगी फ़िल्म दर्शकों के बीच?
निर्माताओं के अनुसार, “घोड़ी पे चढ़के आना” अगले वर्ष अप्रैल–मई तक सिनेमाघरों में रिलीज़ होने की संभावना है।
निष्कर्ष
लखनऊ में चल रही इस शूटिंग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश अब फ़िल्म निर्माण के नए युग में प्रवेश कर चुका है। स्थानीय लोकेशन, प्रशासनिक सहयोग और सशक्त कहानी के दम पर “घोड़ी पे चढ़के आना” न सिर्फ़ मनोरंजन करेगी, बल्कि यूपी को फ़िल्मी नक्शे पर और मज़बूती से स्थापित भी करेगी।












