इंजीनियर्स की एकजुट ताक़त का प्रदर्शन, बिजनौर में बना नया नेतृत्व

सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अधिवेशन में सर्वसम्मति से चुनी गई नई कार्यकारिणी
बिजनौर | संगठन, संघर्ष और सम्मान की दिशा में निर्णायक कदम
सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के अंतर्गत कार्यरत सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, जनपद बिजनौर का जनपदीय अधिवेशन केवल एक औपचारिक बैठक नहीं रहा, बल्कि यह संगठनात्मक शक्ति, आपसी एकजुटता और भविष्य की रणनीति का सशक्त मंच बनकर उभरा।
ऑफिसर्स फील्ड हॉस्टल, मध्य गंगा बैराज कॉलोनी में आयोजित इस अधिवेशन में प्रान्तीय, मण्डलीय और जनपदीय नेतृत्व की प्रभावशाली मौजूदगी ने आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
बिना विरोध, बिना मतभेद—सर्वसम्मति से नया नेतृत्व
लक्खी सिंह बने अध्यक्ष, अंकित कपासिया को मिली संगठन की बागडोर
चुनाव अधिकारी की देखरेख में संपन्न हुए निर्वाचन में संघ ने एकता की मिसाल पेश की। सभी पदों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध चयन यह दर्शाता है कि संगठन आज मजबूत नेतृत्व और साझा सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।
नव निर्वाचित कार्यकारिणी इस प्रकार है—
- अध्यक्ष: लक्खी सिंह
- वरिष्ठ उपाध्यक्ष: पुष्पेन्द्र कुमार वर्मन
- उपाध्यक्ष: नासिर हुसैन
- जनपद सचिव: अंकित कुमार कपासिया
- वित्त सचिव: अमित कुमार
- संगठन सचिव: राहुल चौहान
- प्रचार सचिव: मयंक कुमार
- लेखा संप्रेक्षक: शिवानी गुप्ता
शपथ के साथ संकल्प—अब अधिकारों की निर्णायक लड़ाई
प्रान्तीय अध्यक्ष नितेन्द्र श्रीवास्तव ने दिलाई पद व गोपनीयता की शपथ
प्रान्तीय अध्यक्ष इं. नितेन्द्र श्रीवास्तव ने नवगठित कार्यकारिणी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाते हुए कहा—
“डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ अब सिर्फ मांगों का मंच नहीं, बल्कि सम्मान और नीति-निर्धारण में सहभागिता की मजबूत आवाज बनेगा।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाला समय संघ के लिए निर्णायक होगा, जिसमें कर्मचारियों के हितों, पदोन्नति, वेतन विसंगतियों और कार्यस्थल सम्मान जैसे मुद्दों पर ठोस पहल की जाएगी।
मंच पर अनुभव और नेतृत्व का संगम
प्रान्तीय, मण्डलीय और जनपदीय पदाधिकारियों की रही दमदार मौजूदगी
अधिवेशन में प्रान्तीय महासचिव राकेश कुमार यादव, प्रान्तीय सलाहकार सुधीर पंवार, महासंघ के पूर्व प्रान्तीय अध्यक्ष राकेश त्यागी, अतिरिक्त महासचिव पश्चिम डी.डी. धारिया, हितैषिता निधि सचिव यासिर अराफात, सह सचिव प्रचार कृष्ण कुमार सिंह, मण्डल अध्यक्ष राकेश कुमार, उप महासचिव मनोज कुमार सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी और सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे।
इनके अलावा जनपद और मण्डल स्तर के अनुभवी प्रतिनिधियों की सहभागिता ने अधिवेशन को नीतिगत विमर्श का सशक्त मंच बना दिया।
विश्लेषण: निर्विरोध चुनाव, संगठन की मजबूती का संकेत
मतभेद नहीं, मतैक्य—यही संघ की सबसे बड़ी ताक़त
सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन यह साबित करता है कि संघ के भीतर नेतृत्व को लेकर स्पष्टता और भरोसा है। नई कार्यकारिणी से उम्मीद की जा रही है कि वह—
- डिप्लोमा इंजीनियर्स की लंबित मांगों को प्राथमिकता देगी
- प्रशासन के साथ संवाद को परिणामोन्मुख बनाएगी
- संगठन को जमीनी स्तर तक और अधिक मजबूत करेगी
📌 आगे की राह: संघर्ष, संवाद और समाधान
नई टीम से बड़ी उम्मीदें
जनपद बिजनौर में गठित नई कार्यकारिणी के साथ सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब संघर्ष संगठित होगा, संवाद प्रभावी होगा और समाधान ठोस होंगे।
यह अधिवेशन आने वाले समय में संघ की नई दिशा और नई पहचान तय करने वाला साबित हो सकता है।











