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ईवीएम–वीवीपैट सुरक्षा पर प्रशासन की पैनी नजर

ईवीएम–वीवीपैट सुरक्षा पर प्रशासन की पैनी नजर

त्रैमासिक निरीक्षण में स्ट्रांग रूम से वेयरहाउस तक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद, सभी दलों ने जताया संतोष

बिजनौर | 16 दिसंबर 2025
आगामी चुनावों की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में जिला प्रशासन ने एक और मजबूत कदम उठाया है। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मंगलवार दोपहर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ईवीएम संरक्षित स्ट्रांग रूम का त्रैमासिक निरीक्षण कर सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, विद्युत व्यवस्था और रख-रखाव की गहन समीक्षा की। निरीक्षण में सभी व्यवस्थाएं मानकों के अनुरूप और सुचारू पाई गईं।

स्ट्रांग रूम की सील से लेकर गार्ड रूम तक बारीकी से जांच

निरीक्षण की शुरुआत भूतल स्थित स्ट्रांग रूम के सील्ड तालों को खुलवाकर विधानसभा-वार संरक्षित ईवीएम की जांच से हुई। जिलाधिकारी ने सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन के साथ-साथ अग्नि सुरक्षा, विद्युत व्यवस्था और लॉजिस्टिक तैयारियों का जायजा लिया। गार्ड रूम निरीक्षण के दौरान सफाई और रंगाई-पुताई के निर्देश भी दिए गए, ताकि परिसर पूरी तरह मानक अनुरूप बना रहे।

वीवीपैट वेयरहाउस में भी कसावट, सभी मानक पूरे

जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) वान्या सिंह ने झंडापुर स्थित वीवीपैट वेयरहाउस का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने भूतल और तृतीय तल पर स्थित विधानसभा क्षेत्र 22-बिजनौर सहित अन्य विधानसभा क्षेत्रों के वीवीपैट कक्षों की जांच की।
निरीक्षण के दौरान सिक्योरिटी, विद्युत व्यवस्था, साफ-सफाई और समग्र प्रबंधन पूरी तरह संतोषजनक पाया गया। नजीबाबाद, धामपुर, नहटौर, नूरपुर और नगीना विधानसभाओं के स्ट्रांग रूम भी जांचे गए, जहां सुरक्षा के सभी मानक पूर्ण मिले।

राजनीतिक दलों की मौजूदगी, पारदर्शिता पर सहमति

निरीक्षण की खास बात यह रही कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौके पर मौजूद रहे और ईवीएम-वीवीपैट की सुरक्षा व्यवस्था देखकर संतोष और सहमति व्यक्त की।
मौजूद प्रतिनिधियों में भाजपा से धीर सिंह, कांग्रेस से अनिल कुमार व क़ाज़ी आतिफ़, बसपा से मोहम्मद सिद्दीक और सपा से अख़लाक़ पप्पू शामिल रहे।

विश्लेषण: भरोसे की नींव मजबूत करता प्रशासनिक ऑडिट

त्रैमासिक निरीक्षण केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि चुनावी भरोसे की मूल कड़ी है। सील्ड तालों की जांच से लेकर बहुस्तरीय सुरक्षा और सभी दलों की उपस्थिति—ये कदम प्रशासन की जीरो-टॉलरेंस नीति और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं। साफ-सफाई और मेंटेनेंस पर दिए गए निर्देश यह संकेत देते हैं कि प्रशासन लॉन्ग-टर्म तैयारी पर भी फोकस कर रहा है।

निष्कर्ष: बिजनौर में ईवीएम–वीवीपैट की सुरक्षा और प्रबंधन पर प्रशासन की सतर्कता ने न केवल तकनीकी मानकों को पुख्ता किया है, बल्कि राजनीतिक दलों और मतदाताओं के बीच विश्वास की धार को और तेज किया है।

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