8वें वेतन आयोग से बाहर किए जाने के विरोध में पेंशनर्स का हुंकार
अमरोहा में सड़कों पर उतरे 270 से अधिक पेंशनर्स, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन
अमरोहा। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित आठवें वेतन आयोग के दायरे से पेंशनर्स को बाहर रखने की आशंका को लेकर सोमवार को अमरोहा में पेंशनर्स का आक्रोश खुलकर सामने आया। देश एवं प्रदेश स्तरीय आवाहन के तहत पेंशनर्स एसोसिएशन जनपद अमरोहा ने शहीद पार्क, कलेक्ट्रेट परिसर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार को स्पष्ट संदेश दिया कि पेंशनर्स के अधिकारों से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।
शहीद पार्क बना पेंशनर्स की आवाज़ का केंद्र
सुबह 11 बजे से अपराह्न 2 बजे तक चले धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अनूप सिंह पैसल ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह चिकारा एवं जिला मंत्री राजेंद्र सिंह राणा ने संभाली। ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में पेंशनर्स धरना स्थल पर एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को मुखरता से रखा।
“टर्म्स ऑफ रेफरेंस में पेंशनर्स का नाम तक नहीं”
धरना सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आठवें वेतन आयोग के लिए भेजे गए टर्म्स ऑफ रेफरेंस में पेंशनर्स का कोई उल्लेख नहीं किया गया है, जिससे यह संदेह गहराता जा रहा है कि सरकार पेंशनर्स को आयोग के लाभ से वंचित करने की तैयारी में है।
जिला अध्यक्ष अनूप सिंह पैसल ने कहा, “यदि पेंशनर्स को वेतन आयोग से बाहर किया गया तो यह लाखों सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ अन्याय होगा।”
29 नवंबर के बाद फिर आंदोलन, नहीं हुई कोई सुनवाई
वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह चिकारा ने बताया कि इसी मुद्दे को लेकर 29 नवंबर को भी जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सरकार की चुप्पी के चलते पेंशनर्स को पुनः आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा है।
तीन प्रमुख मांगों पर केंद्रित रहा धरना
धरना प्रदर्शन के दौरान पेंशनर्स ने तीन अहम मांगों को प्रमुखता से उठाया—
- वित्त विधेयक 2025 में तिथि के आधार पर पेंशनर्स के साथ किए जा रहे भेदभाव को समाप्त किया जाए।
- आठवें वेतन आयोग के टर्म्स ऑफ रेफरेंस में पेंशनर्स को स्पष्ट रूप से शामिल किया जाए।
- पेंशन को गैर-अंशदायी और गैर-वित्त पोषित बताने वाले प्रावधान को हटाया जाए।
कलेक्ट्रेट तक मार्च, प्रधानमंत्री को ज्ञापन
अपराह्न 2 बजे सभी पेंशनर्स कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उप जिलाधिकारी बृजपाल सिंह को सौंपा। ज्ञापन जिला अध्यक्ष अनूप सिंह पैसल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह चिकारा एवं संरक्षक श्योनाथ सिंह प्रजापति द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया।
उप जिलाधिकारी ने ज्ञापन को संस्तुति सहित प्रधानमंत्री तक भेजने का आश्वासन दिया।
धरना सभा में इन नेताओं ने रखे विचार
धरना सभा को खुर्शीद हैदर जैदी, श्योनाथ सिंह प्रजापति, लोकेंद्र सिंह, कुंवर पाल सिंह, अमी पाल सिंह, सुनील त्यागी, सोमदत्त, धर्म सिंह, योगेंद्र मोहन शर्मा, चौधरी योगेंद्र सिंह, रोहतास सिंह, भोपाल सिंह तोमर सहित कई वरिष्ठ पेंशनर्स नेताओं ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि पेंशनर्स अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे।
17 दिसंबर को राष्ट्रीय पेंशनर्स दिवस का आयोजन
धरना स्थल पर यह भी जानकारी दी गई कि 17 दिसंबर को राष्ट्रीय पेंशनर्स दिवस कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा। सभी पेंशनर्स से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रहने की अपील की गई।
कलेक्ट्रेट में बनेगा पेंशनर्स कक्ष, जताई खुशी
वरिष्ठ कोषाधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में शीघ्र ही पेंशनर्स कक्ष स्थापित किए जाने की सूचना दी गई, जिस पर सभा में उपस्थित पेंशनर्स ने संतोष और हर्ष व्यक्त किया।
एकजुटता का संदेश देकर समाप्त हुआ धरना
लगभग 270 पेंशनर्स की भागीदारी वाले इस धरना प्रदर्शन का समापन ज्ञापन सौंपने के बाद किया गया। अंत में नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।
— पेंशनर्स एसोसिएशन, जनपद अमरोहा













