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रालोद की बड़ी तैयारी: चौधरी चरण सिंह जयंती पर होगा शक्ति प्रदर्शन

रालोद की बड़ी तैयारी: चौधरी चरण सिंह जयंती पर होगा शक्ति प्रदर्शन

एसआईआर अभियान में तेज़ी लाने का आह्वान — आचार्य नरेंद्र बोले, “एक भी वोट छूटना नहीं चाहिए”

रिपोर्ट – अवनीश त्यागी


बिजनौर।
राष्ट्रीय लोक दल की मासिक बैठक रविवार को जिले में राजनीतिक गर्माहट बढ़ाने वाली साबित हुई। बैठक में 23 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती को ऐतिहासिक तरीके से मनाने की रूपरेखा तय की गई। साथ ही, संगठन विस्तार, बूथ सशक्तिकरण और एसआईआर कार्य (वोटर सूची सुधार) में कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई।

🔶 जयंती पर होगी ‘हवन–श्रद्धांजलि–जनसंवाद’ की भव्य श्रृंखला

जिला कार्यालय में आयोजित बैठक में जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह आचार्य ने बताया कि

  • 23 दिसंबर को हवन
  • चौधरी चरण सिंह के विचारों पर परिचर्चा
  • किसान–नौजवान केंद्रित जनसंपर्क
  • रालोद की नीतियों का प्रचार
    — इन सभी को मिलाकर व्यापक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों, मजदूरों और नौजवानों की बेहतरी के लिए जीवन समर्पित किया। “उनके विचार सिर्फ इतिहास नहीं, आज भी दिशा देते हैं,” उन्होंने कहा।

🔶 “एसआईआर में कोई चूक न हो” — सख्त रहे आचार्य नरेंद्र

जिला अध्यक्ष ने बैठक में सबसे ज्यादा जोर एसआईआर कार्य पर दिया।
उन्होंने स्पष्ट कहा—

“एक भी वोट बनने से नहीं रहना चाहिए… कार्यकर्ता हर घर तक पहुंचें।”

उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि

  • नए वोटरों को वोटर लिस्ट में अवश्य जोड़ा जाए
  • जिनका नाम छूटा है, उसे तुरंत सुधारें
  • बूथ स्तर पर टीम सक्रिय रहें
  • जनता को सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं

साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह द्वारा किए जा रहे जनहित कार्यों को गांव–गांव तक प्रचारित करने का आह्वान किया।

🔶 किसान–नौजवान के मुद्दे ही रालोद की पहचान : ढाका

पूर्व जिला अध्यक्ष महावीर सिंह ढाका ने कहा कि

  • किसानों हेतु चलाई जा रही योजनाएं
  • युवाओं के लिए रोजगार व कौशल मिशन
    — इन सभी को जन–जन तक पहुंचाना अनिवार्य है।

उन्होंने कहा कि संगठन तभी मजबूत होगा जब हर कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेगा।

🔶 सोशल–पॉलिटिकल मैसेज के रूप में देखी जा रही जयंती

राजनीतिक हलकों में रालोद की जयंती तैयारियों को शक्ति प्रदर्शन और संगठनिक मजबूती के बड़े संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
एसआईआर अभियान पर जोर यह दर्शाता है कि रालोद आगामी चुनावी समीकरणों को गंभीरता से साधने में जुट गया है।

23 दिसंबर को होने वाली जयंती से रालोद जिले में अपना जनाधार मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।

🔶 बैठक में दिए गए प्रमुख संदेश – एक नजर

  • रालोद की नीतियों का तेज प्रचार
  • वोटर सूची (एसआईआर) में 100% कार्य सुनिश्चित
  • बूथ स्तर पर नई टीम की सक्रियता
  • किसान–नौजवान मुद्दों को प्राथमिकता
  • जयंत सिंह के कार्यों का व्यापक प्रचार
  • जयंती पर बड़ी जनभागीदारी का लक्ष्य

🔶 बैठक में भारी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता जुटे

बैठक में शामिल प्रमुख लोग—
अली अदनान, सरदार बलबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, इकरार अंसारी, शिवम राणा, हरवीर सिंह, हुकम सिंह, जयपाल सिंह, महेंद्र सिंह, फैसल वसी, चौधरी सुशील कुमार, पूनम चौधरी, सिद्धार्थ चौहान, हनी तोमर, अवनीश राठी, राम सिंह, विनीत चौधरी, ज्ञानेंद्र चिकारा, अनुराग मलिक, सलमान अली, ओमवीर सिंह आदि।
बैठक का संचालन मुफीस आलम उर्फ गुड्डू ने किया।

 विश्लेषण : रालोद की रणनीति साफ —

“जयंती से शुरू, चुनाव तक असर”**

रालोद अपनी वैचारिक जड़ों को मजबूत करने और चौधरी चरण सिंह की लोकप्रियता को ग्रामीण क्षेत्रों में राजनीतिक ऊर्जा में बदलने की रणनीति पर काम कर रहा है।
एसआईआर कार्य पर इतना जोर इस ओर इशारा करता है कि पार्टी बूथ सशक्तिकरण को आगामी चुनावी सफलता का मुख्य आधार मान रही है।

23 दिसंबर की जयंती रालोद के लिए केवल सांस्कृतिक और स्मृति कार्यक्रम नहीं, बल्कि संगठनिक क्षमता दिखाने का अवसर बनकर उभर रही है।

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