“बिहार में ‘योगी लहर’! – सीएम योगी आदित्यनाथ ने गयाजी में गरजकर कहा: ‘अब लालटेन नहीं, विकास की रोशनी चाहिए’”
अतरी विधानसभा क्षेत्र में उमड़ा जनसैलाब — बिहार के विकास, सुशासन और भ्रष्टाचार-मुक्त राजनीति पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तीखा प्रहार

📍 स्थान और अवसर
दिनांक 08 नवंबर 2025, स्थल – खेल मैदान +2 उच्च विद्यालय, बेला, गतरी, जिला-गयाजी, बिहार।
यहाँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जिसमें हजारों की भीड़ उमड़ी।
यह सभा अतरी विधानसभा क्षेत्र में आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी-एनडीए के प्रचार अभियान का अहम पड़ाव थी।
मुख्यमंत्री योगी की दहाड़ – ‘बिहार अब अपराध से आज़ादी चाहता है’
मंच पर आते ही योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रसिद्ध शैली में जनता से संवाद शुरू किया —
“भाइयो-बहनो! जिस बिहार ने कभी देश को दिशा दी, वही बिहार आज माफिया और भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहता है… अब लालटेन नहीं, विकास की रोशनी चाहिए!”
सभा-स्थल “योगी-योगी” और “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा।
विपक्ष पर सीधा वार
योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए राजद-महागठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा –
“इन लोगों ने बिहार को अंधेरे में धकेला। अपराध, अपहरण, जातिवाद और भ्रष्टाचार इनकी पहचान रही है।
आज जो बिहार बदल रहा है, वे उसे पच नहीं पा रहे हैं।”
उन्होंने विपक्ष को “अतीत का बंधक” बताया और जनता से कहा –
“अब चुनाव सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, सोच बदलने का है।”
विकास और सुशासन का रोडमैप
योगी ने बिहार के लिए विकास का मॉडल रखते हुए कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश ने कानून-व्यवस्था और रोजगार में सुधार कर दिखाया,
उसी तर्ज पर बिहार को भी नई दिशा मिल सकती है।
उन्होंने बताया कि यूपी में:
- माफिया और अपराधी या तो जेल में हैं या राज्य से बाहर।
- निवेश, सड़क और शिक्षा के क्षेत्र में रिकॉर्ड प्रगति हुई है।
- हर गांव तक बिजली, पानी और डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंची है।
“बिहार में भी अब अपराध नहीं, अवसर बोलना चाहिए।”
भीड़ का रिएक्शन — जनता ने कहा ‘अब बिहार भी बदलेगा’
जनसभा में उपस्थित लोगों में जोश देखते ही बनता था।
स्थानीय युवाओं और किसानों ने ‘योगी-मॉडल’ की तारीफ की।
महिलाओं ने कहा कि “अगर बिहार में भी ऐसा शासन आया, तो डर और असुरक्षा खत्म होगी।”
💬 संस्कृति और राष्ट्रवाद का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार ‘धर्म, ज्ञान और क्रांति की भूमि’ है।
“यही वह धरती है जहाँ बुद्ध ने ज्ञान पाया, जहाँ गांधी ने आंदोलन शुरू किया। अब यही भूमि भ्रष्टाचार-मुक्त भारत का नेतृत्व करेगी।”
उन्होंने राम मंदिर निर्माण, कानून-व्यवस्था सुधार और गरीबों के कल्याण को भाजपा की पहचान बताते हुए कहा –
“हमारे लिए राजनीति साधन है, साध्य नहीं। लक्ष्य है ‘राष्ट्र-हित’।”
राजनीतिक विश्लेषण — क्यों अहम है यह सभा?
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, अतरी विधानसभा और गयाजी जिला बिहार चुनाव के सॉफ्ट बेल्ट माने जाते हैं।
यहाँ की जनता पारंपरिक रूप से सत्ता-विरोधी मूड में रहती है,
ऐसे में योगी आदित्यनाथ का आक्रामक प्रचार भाजपा के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
यह सभा न केवल मतदाताओं को “विकास बनाम अराजकता” का विकल्प दिखा रही थी,
बल्कि योगी का यह संदेश भी स्पष्ट था कि भाजपा अब बिहार को “उत्तर प्रदेश-मॉडल” से जोड़कर देख रही है।
राजनीतिक तापमान — अतरी बना सियासी केंद्र
इस सभा के बाद गयाजी और आस-पास के क्षेत्रों में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है।
विपक्ष ने योगी के बयानों को “बाहरी दखल” कहा, तो समर्थक बोले —
“अब बिहार भी ‘डबल इंजन’ की गति पकड़ने को तैयार है!”
निष्कर्ष: ‘लालटेन से एलईडी युग’ की ओर बिहार का संकल्प
08 नवंबर 2025 की यह जनसभा सिर्फ चुनावी कार्यक्रम नहीं थी,
यह बदलाव के नए युग की उद्घोषणा थी।
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण से यह साफ कर दिया कि —
“अब विकास ही धर्म है, और सुशासन ही राजनीति का नया चेहरा होगा।”
गयाजी की इस सभा से उठी लहर शायद आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति का भविष्य तय कर दे।













