नवरात्र पर मिशन शक्ति 5.0 : बिजनौर में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर बड़ा ऐलान
15 विभाग मिलकर चलाएंगे अभियान | बहादुर महिलाओं को मिलेगा सम्मान | गांव-गांव में होगा संवाद
बिजनौर | 24 सितंबर, 2025
शारदीय नवरात्र के मौके पर महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को नया आयाम देने के लिए “मिशन शक्ति” का पांचवां चरण बिजनौर में जोर-शोर से शुरू हो गया है। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक कर साफ कहा कि यह सिर्फ सरकारी औपचारिकता नहीं, बल्कि महिलाओं को वास्तविक सुरक्षा और आत्मनिर्भरता देने का सामूहिक प्रयास होगा।
✦ क्या है खास इस बार?
- 15 विभागों की संयुक्त जिम्मेदारी : गृह, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, नगर विकास, स्वास्थ्य, संस्कृति, पंचायती राज, राजस्व, सूचना समेत कुल 15 विभाग मिलकर कार्यक्रमों का संचालन करेंगे।
- ग्राम न्याय पंचायत स्तर पर संवाद : महिला-पुरुष पुलिसकर्मी, ई-सखी, ग्राम प्रधान, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एएनएम और आशा वर्कर ग्रामीण महिलाओं से सीधे संवाद करेंगे।
- सम्मान समारोह : जिले की बहादुर महिलाओं-बालिकाओं और पुलिस या समाज के लिए विशेष योगदान देने वाली हितधारकों को किया जाएगा सम्मानित।
- रोस्टर आधारित गतिविधियां : हर विभाग अपनी तिथि और जिम्मेदारी तय करेगा, जिससे कार्यक्रम सुव्यवस्थित और प्रभावी हों।
✦ डीएम ने क्या कहा?
जिलाधिकारी जसजीत कौर ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए—
“मिशन शक्ति केवल पोस्टर-बैनर तक सीमित न रहे, बल्कि इसकी गूंज गांव-गांव और हर परिवार तक पहुंचे। महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
✦ बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद?
- एएसपी अभिषेक झा
- सीडीओ पूर्ण बोरा
- सीएमएस महिला अस्पताल डॉ. प्रभा रानी
- जिला प्रोबेशन अधिकारी योगेंद्र कुमार
सहित तमाम संबंधित विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
✦ क्यों अहम है यह अभियान?
- नवरात्र पर महिला शक्ति के प्रति जागरूकता का संदेश
- प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा और सशक्तिकरण की ठोस योजना
- स्थानीय स्तर पर संवाद और सम्मान के जरिए जमीनी असर
हाइलाइट्स
- 22 सितंबर से शुरू हुआ मिशन शक्ति 5.0 अभियान।
- 15 विभागों की संयुक्त भागीदारी।
- गांव-गांव जाकर महिलाओं से संवाद।
- बहादुर बेटियों और महिला कर्मियों को सम्मान।
👉 यह पूरा पैकेज बताता है कि बिजनौर प्रशासन मिशन शक्ति को नवरात्र पर सिर्फ शुभारंभ नहीं, बल्कि महिलाओं की जिंदगी में बदलाव की ठोस पहल के रूप में पेश करना चाहता है।












